दून में मौसम शुष्क बना हुआ है, लेकिन कहीं-कहीं आंशिक बादल भी मंडरा रहे हैं। अगले कुछ दिन पर्वतीय क्षेत्रों में हल्की वर्षा के आसार हैं। वहीं, निचले इलाकों में भी आंशिक बादल छाये रह सकते हैं। जिससे तापमान में मामूली गिरावट का सकती है। इसके साथ ही सुबह-शाम ठंडक बढ़ने के आसार हैं।
पहाड़ से लेकर मैदान तक सुबह और शाम की ठंडक
मंगलवार को ज्यादातर क्षेत्रों में सुबह से धूप खिली रही। जिससे, पारा सामान्य से अधिक बना रहा। हालांकि, पहाड़ से लेकर मैदान तक सुबह-शाम ठंडक महसूस की जा रही है। दोपहर बाद कहीं-कहीं आंशिक बादल भी मंडराने लगे। दीपावली तक मौसम का मिजाज इसी प्रकार का बना रह सकता है।
सुबह कुहासा व धुंध छाने के आसार
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार, दून में मौसम शुष्क रहने के साथ ही आंशिक बादल मंडरा सकते हैं। सुबह कुहासा व धुंध छाने और रात को पाला गिरने की आशंका है। बागेश्वर और पिथौरागढ़ में हल्की वर्षा हो सकती है। प्रदेशभर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान में थोड़ी गिरावट आने की उम्मीद है।
शहर, अधिकतम, न्यूनतम
देहरादून, 31.4, 17.9
ऊधमसिंह नगर, 31.6, 19.0
मुक्तेश्वर, 23.5, 10.3
नई टिहरी, 22.6, 12.9
दीपावली से पहले ही बिगड़ने लगी दून की आबोहवा
दून में दीपावली से पहले ही शहरी क्षेत्र की आबोहवा बिगड़ने लगी है। बीते कुछ दिन से घंटाघर क्षेत्र में एक्यूआई 100 से अधिक चल रहा है और लगातार बढ़ रहा है। हालांकि, सर्दियाें में प्रदूषण का स्तर बढ़ जाता है और खासकर दीपावली के दौरान दून की आबोहवा सांस के रोगियों के लिए घातक हो जाती है। मौसम का प्रतीकात्मक फोटो।
लगातार की जा रही है मॉनिटरिंग
उत्तराखंड पर्यावरण संरक्षण एवं प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से दून समेत 13 शहरों में एक्यूआई की 24 घंटे थर्ड पार्टी मॉनिटरिंग की जा रही है। वैसे तो मौसम सर्द होने के साथ ही दून समेत ज्यादातर मैदानी क्षेत्रों में हर वर्ष हवा की गुणवत्ता प्रभावित होती है। धुंध बढ़ने के कारण दिन में पीएम 2.5 और पीएम 10 के कण वायुमंडल में ही तैरते रहते हैं। जिससे चलते अक्सर ही वायु की गुणवत्ता चिंताजनक हो जाती है।
100 से अधिक बना हुआ है एक्यूआई, सांस के रोगियों के लिए परेशानी
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से बीते 24 अक्टूबर से दून में घंटाघर, नेहरू कॉलोनी और दून विवि क्षेत्र में वायु गुणवत्ता की दैनिक जांच की जा रही है। घंटाघर क्षेत्र में एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 100 से अधिक बना हुआ है, जो कि सांस के रोगियों के लिए हानिकारक है। वहीं, अगले कुछ दिनों में एक्यूआई में वृद्धि होने की आशंका है। जिससे सांस संबंधी परेशानियां हो सकती हैं।
13 शहरों की रीडिंग ली जा रही है
दीपावली से एक सप्ताह पूर्व और एक सप्ताह बाद की 13 शहरों की रीडिंग ली जा रही है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सदस्य सचिव आइएफएस पराग मधुकर धकाते ने बताया कि शहर में निकायों के माध्यम से पानी का छिड़काव, ई-रिक्शा से जनजागरण अभियान, इंटरनेट मीडिया के माध्यम से जागरूकता कार्यक्रम आयोजित कर प्रदूषण नियंत्रित करने का प्रयास किया जा रहा है।
घंटाघर क्षेत्र में एयर क्वालिटी इंडेक्स दिन, एक्यूआई 29 अक्टूबर 120
28 अक्टूबर, 118
27 अक्टूबर, 115
26 अक्टूबर, 114
25 अक्टूबर, 106
24 अक्टूबर, 108
नोटः (100 से अधिक एक्यूआइ खराब होता है और सांस के रोगियों को नुकसान पहुंचाता है।)